दशहरा एक बहुत ही पावन पर्व है इस त्यौहार को हम विजयदशमी के नाम से भी जानते हैं यह त्यौहार हर वर्ष शरद नवरात्रि के बाद मनाया जाता है ।
हिंदू धर्म में इस त्यौहार का बहुत महत्व है हर साल बहुत ही धुमधाम से मनाया जाता है हर साल राम भक्तों के द्वारा रावण, कुम्भकरण और मेघनाथ का पुतला बनाकर के उसका दहन किया जाता है प्रभु श्रीराम ने आज के दिन ही रावण का वध किया था। तभी से दशहरा मनाने की परंपरा है। बहुत से लोग इस दिन इस दिन शस्त्र पूजा भी करते है। विजयदशमी का पावन पर्व हर साल दिवाली से 20 दिन पहले मनाया जाता है और उसको बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक मान करके जश्न मनाया जाता है ।
बहुत जगह इस मौके पर मेलो का आयोजन होता है ।
जैसा कि हम सभी जानते हैं यह एक बहुत बड़ा धार्मिक पर्व है इसलिए इसके लिए जो शुभ मुहूर्त है उसी के अनुसार पूजन विधि करनी चाहिए ।
मुहुर्त एवं पूजन : भारतीय पंचांगनुसार इस वर्ष 23 अक्टूबर 2023 को शाम 5 बजकर 44 मिनट से लेकर 24 अक्टूबर 2023 को दोपहर 3 बजकर 14 मिनट तक मनाया जाएगा । विजयादशमी के दिन शाम 5 बजकर 43 मिनट के बाद पुतलों का दहन किया जा सकता है और यह नियत समय से दो से ढाई घंटे तक रहेगा।
तो आइए इस दशहरा कुछ नई प्रतिज्ञा लें कि हम भी अपने अंदर के रावण को नष्ट करेंगे और सब के साथ मित्रवत और प्रेमपूर्व रहेंगे …
डिस्क्लेमर: प्रिय पाठक इस लेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें व्यवहार में लाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।